पहाड़ों में ठंड का कहर, कोहरे और शीतलहर ने लोगों की बड़ाई दुस्वारियां।
मैदान हो या पहाड़ी क्षेत्रों में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है जिससे लोग बेहाल है इसी तरह अल्मोड़ा में इन दिनों कड़ाके की ठंड से लोगों को काफी दिक्कतें आ रही है। अल्मोड़ा और आसपास के क्षेत्रों में सुबह से ही कोहरा छाया रहता है और रात में पाला पड़ने से तापमान में गिरावट आने लगती है और ठंड में दिनोंदिन इजाफा हो रहा है पहाड़ में पिछले कई महीनों से बारिश बिल्कुल नहीं होने की वजह से सूखी ठंड बढ़ गई है तापमान में भी लगातार गिरावट आ रही है।
बढ़ती ठंड को देखते हुए घरों, कार्यालयों व अन्य प्रतिष्ठानों में दिनधर ही हीटर जल रहे हैं शाम होते ही नगर के चौराहों व अन्य जगहों में अलाव जलने लगते हैं दिन में खिलखिलाती धूप से लोगों को थोड़ा राहत मिल रही है।
वहीं ग्रामीण इलाकों में आज भी कई लोग आधुनिक उपकरणों का प्रयोग ना करके सूखी लकड़ी बीनते हैं और इसको जलाकर ठंड से बचने का प्रयास करते हैं दूरदराज के गांव में आज भी महिलाएं बच्चे लकड़ी बीनने सुबह-सुबह जंगल चले जाते हैं और लकड़ी बीनकर देर शाम घर आती है।
देर रात तक घाटी वाले क्षेत्रों में कोहरा पडने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार इन दिनों अधिकतम तापमान 15डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
कुछ दिनों से पाला अधिक गिरने से गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है इसी तरह लाई, पालक, मूली आदि साग सब्जियां पाला पड़ने से काफी खराब हो गई है जिससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है