ग्राम पंचायतों के सुनियोजित विकास के लिए ‘मुख्यमंत्री चौपाल’ की जाएगी शुरू, गांवों में स्वच्छता के लिए शुरू होगी ‘मुख्यमंत्री पर्यावरण मित्र’ योजना।
सचिवालय में पंचायती राज विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि हमारे गांवों में धार्मिक, सांस्कृतिक आधार पर आधारित विशेष दिवसों को चिन्हित कर उत्साह के साथ कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इन कार्यक्रमों में प्रवासी लोगों को भी प्रतिभाग करने के लिए विशेष रूप से प्रेरित किया जाए साथ ही उच्चाधिकारी भी इनमें प्रतिभाग करें।
ग्राम पंचायतों का सुनियोजित विकास हो, इसके लिए चौपाल लगाई जाए। उन्होंने कहा कि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा इन चौपालों में दिये जाने वाले सुझावों को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए गांवों के विकास की कार्य योजना तैयार की जाए। राज्य के समग्र विकास के लिए गांवों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए। गांवों के विकास के लिए किसी गांव में एक कैबिनेट बैठक भी आयोजित की जाए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि गांवों में स्वच्छता के लिए ‘मुख्यमंत्री पर्यावरण मित्र’ योजना शुरू की जायेगी। जिसमें प्रत्येक गांव में एक पर्यावरण मित्र (स्वच्छक) की तैनाती की जायेगी। साथ ही ग्राम पंचायतों के सुनियोजित विकास के लिए ‘मुख्यमंत्री चौपाल’ शुरू की जाएगी।
बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव नितेश झा, निदेशक पंचायतीराज बंशीधर तिवारी, अपर सचिव ओंकार सिंह एवं पंचायतीराज विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।