वन मंत्री सुबोध उनियाल ने 21 डीएफओ को नोटिस जारी करने के दिए निर्देश।
उत्तराखंड : वन मंत्री सुबोध उनियाल ने फायर वाचरों का बीमा कराने में देरी पर 21 डीएफओ को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। वन मंत्री ने एक महीना पहले इन अधिकारियों को कर्मचारियों का बीमा कराने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अब तक 20 वन प्रभागों में कार्यरत 2286 फायर वाचरों का ही बीमा हुआ है।
अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा के मुताबिक मुख्यालय से डीएफओ को नोटिस जारी कर दिया गया है। रविवार तक सभी फायर वाचरों का केंद्रीयकृत रूप से देहरादून वन प्रभाग से बीमा करा लिया जाएगा। वन मंत्री ने रविवार को वन मुख्यालय में वनाग्नि नियंत्रण को लेकर समीक्षा बैठक ली।
बैठक में मंत्री ने अब तक सभी फायर वाचरों का बीमा न होने पर नाराजगी जताई। मंत्री ने कहा, जल्द से जल्द सभी फायर वाचरों का बीमा करा लिया जाए। बिनसर वन्यजीव विहार में वनाग्नि से वन कर्मियों की मौत और उनके झुलसने के मामले में मंत्री ने कहा, जांच में किसी भी लापरवाह अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी। वहीं, विभाग में काम करने वालों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
बिनसर वन्यजीव विहार में वनाग्नि से चार वन कर्मियों की मौत और के गंभीर रूप से झुलसने के बाद वन विभाग फायर वाचरों के बीमे को लेकर हरकत में आया। जबकि इससे पहले विभाग की ओर से मात्र कुछ वन प्रभागों के फायर वाचरों का ही बीमा किया गया था।
विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक वन प्रभाग पिथौरागढ़ में 179, वन प्रभाग नैनीताल में 270, भूमि संरक्षण वन प्रभाग में 50, वन प्रभाग रामनगर में 107, वन प्रभाग अलकनंदा भूमि संरक्षण में 62, बद्रीनाथ वन प्रभाग में 101, सिविल सोयम वन प्रभाग पौड़ी में 78, गढ़वाल वन प्रभाग पौड़ी में 70, वन प्रभाग रुद्रप्रयाग में 105।
नरेंद्रनगर वन प्रभाग मुनिकी रेती में 216, वन प्रभाग टिहरी में 211, वन प्रभाग चकराता में 102, मसूरी वन प्रभाग में 160, टौंस वन प्रभाग पुरोला में 160, अपर यमुना वन प्रभाग बड़कोट में 26, लैंसडाउन वन प्रभाग कोटद्वार में 74, वन प्रभाग देहरादून में 136, निदेशक कार्बेट टाइगर रिजर्व रामनगर में 68, राजाजी टाइगर रिजर्व देहरादून में 62 और गोविंद वन्य जीव विहार पुरोला में 49 फायर वाचरों का बीमा करा दिया गया है।