उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों व मैदानी इलाकों में अगले चार दिन तक भारी बारिश का अलर्ट।
उत्तराखंड में मानसून की दस्तक के साथ ही मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है पिछले 36 घंटे से पहाड़ से लेकर मैदान तक रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य के अधिकांश स्थानों में हल्की से मध्यम वर्षा वहीं कुछ स्थानों में भारी बारिश की संभावना जताते हुए ऑरेंज तथा येलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ विक्रम सिंह के मुताबिक उत्तराखंड में रविवार को मानसून ने दस्तक दे दी थी अब प्रदेश भर में मानसून सक्रिय हो गया है।
उत्तराखंड में पर्वतीय जिलों के साथ मैदानी इलाकों में अगले चार दिन तक भारी बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग की ओर से संवेदनशील इलाकों में हल्के से मध्यम भूस्खलन और चट्टान गिरने से कहीं-कहीं सड़कों और राजमार्ग के अवरुद्ध होने की आशंका भी जताई गई है। मैदानी इलाकों से लेकर पर्वतीय इलाकों में बारिश का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि 26 जून को प्रदेश के पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और कई दौर की बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 27 और 28 जून को उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर में बारिश का येलो अलर्ट है। 29 जून को भी प्रदेश भर में बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तराखंड में मानसून के दस्तक देने के साथ ही मौसम बदल गया है। सूबे के कई क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से भूस्खलन के कारण सड़कें बंद हो गई हैं, जबकि गंगा समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
जगह-जगह भारी बारिश आफत लेकर आई है। कई मार्ग बंद होने से आवाजाही मुश्किल हो गई है, तो कहीं नदियों का जलस्तर बढ़ने से नुकसान की तस्वीरें सामने आई है। सुबह से जारी भारी बारिश के कारण देहरादून एयरपोर्ट पर हवाई यातायात प्रभावित भी हुआ। जिस कारण एयरपोर्ट पर इंडिगो की पहली फ्लाइट लैंड नहीं हो पाई।
शनिवार रात से जारी बारिश के चलते हरिद्वार शहर और देहात के कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया। कनखल में नहर और नाले का पानी घरों में ओवरफ्लो होकर घुसा। कई लोगों के घरों के सामान खराब हो गया। लाटोवाली में भी नाले चोक होने से कालोनी की सड़क जलमग्न हो गई।
जिले में भारी बारिश की वजह से तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केदारनाथ यात्रा एक बार फिर रोक दी गई है। यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड से आगे नहीं भेजा जा रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक सूबे में भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। वहीं राज्य भर में भारी वर्षा और मौसम विज्ञान विभाग के अलर्ट को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को सचिवालय स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचे। उन्होंने यहां अधिकारियों के साथ राज्यभर की स्थिति का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मौसम के अलर्ट को देखते हुए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पीडब्ल्यूडी की टीम तैनात है। सभी सहयोगी विभाग काम कर रहे हैं। सभी विभाग तैयार हैं। सभी जिलाधिकारियों को कहा गया है कि जहां पर जलभराव हो रहा है उन इलाकों का ध्यान रखा जाए।
सूबे में भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में दो व्यक्तियों की मौत हो गई है जबकि तीन अन्य घायल हो गए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ मोटर मार्ग पर रविवार को एक वाहन के भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन के मलबे की चपेट में आने से उसमें सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई। यह हादसा सोनप्रयाग के पास शटल पुल से करीब एक किलोमीटर पहले गौरीकुंड जाने वाले मोटर मार्ग पर तब हुआ जब व्यक्ति अपने वाहन में बैठा था। पहाड़ी से अचानक हुए भूस्खलन के कारण मलबे में दबकर उसकी मौत हो गई।
एक अन्य घटना में, उत्तरकाशी जिले की पुरोला तहसील के कंडियाल गांव में बिजली गिरने से खेत में रोपाई कर रहे एक युवक की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए।