मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना के प्रथम चरण में 241 विद्यार्थियों के खाते में ट्रांसफर हुई धनराशि।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना के प्रथम चरण में 241 विद्यार्थियों के खाते में DBT के माध्यम से 33 लाख 51 हजार रूपए की धनराशि ट्रांसफर की।
राज्य के विश्वविद्यालय परिसरों एवं सरकारी कॉलेजों में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश करने वाले छात्र-छात्राओं को यह धनराशि दी गई। योजना के तहत मेरिट में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान वाले छात्रों को क्रमशः 3 हजार, 2 हजार एवं 1500 रूपए की मासिक छात्रवृत्ति दी जाती है।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना से लाभान्वित होने वाले सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य सामान्य परिवारों के छात्र-छात्राओं की प्रतिभाओं को आगे लाना है।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि परिश्रम और धैर्य बनाकर जीवन में आगे बढ़ें। हमें अपने जीवन में कौन सा क्षेत्र चुनना है, कॉलेज में आने के बाद ही इसकी दिशा मिलती है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने इतिहास बनाया है, वे कठिन परिस्थितियों से गुजरे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज देश हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। दुनिया का भारत के प्रति सम्मान और विश्वास बढ़ा है। भारत की आर्थिकी तेजी से बढ़ रही है, हम विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है, जहां मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना के तहत टॉपर बच्चों को छात्रवृत्ति की व्यवस्था की गई है।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष उच्च शिक्षा उन्नयन समिति डॉ. देवेन्द्र भसीन, सचिव उच्च शिक्षा श्री शैलेश बगोली, अपर सचिव श्री आशीष श्रीवास्तव, उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. चन्द्र दत्त सूठा एवं उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।