उत्तराखंड से गायब होगा बिजली का संकट, लोहारी गांव के त्याग के बाद ट्रायल भी सफल
Devbhumilive Uttarakhand Dehradun Report News Desk
देहरादून: गर्मी के दिनों में अक्सर बिजली का संकट गहराता है। हर बार गर्मियों में ऐसा देखा जाता है कि बिजली की कटौती ज्यादा होने लगती है। लेकिन इस बार उत्तराखंड को बिजली कटौती के संकट से निजात मिलने वाली है। यमुना नदी पर बन रही व्यास जल विद्युत परियोजना पूरी हो गई है। इसके सभी परीक्षण पूरे हो चुके हैं। अब मंगलवार से व्यासी जल विद्युत परियोजना से उत्तराखंड को बिजली मिलनी शुरू रही है।
बता दें कि विकास नगर के पास 120 मेगा वाट की व्यासी जल विद्युत परियोजना पूरी हो गई है। इसी की जद में लोहारी गांव भी आया है। जो पूरे उत्तराखंड को रोशन करने के लिए जल समाधि ले चुका है। यूजेवीएनएल ने रविवार और सोमवार को ट्रायल के तौर पर उत्तराखंड को बिजली दी भी थी। अब मंगलवार से बिजली की सप्लाई लगातार दी जाएगी।
गौरतलब है कि परियोजना 120 मेगावाट की है। जिससे फिलहाल सालाना 353 मिलियन यूनिट बिजली उत्तराखंड को मिल सकेगी। सुबह और शाम के पीक समय में 60 मेगावाट बिजली उत्तराखंड को मिलेगी। जिससे कई सारे घरों को राहत मिलेगी। बता दें कि मुझे तो वक्त में यूपीसीएल के पास करीब 31 मिलियन यूनिट बिजली है। जबकि डिमांड 44 मिलियन यूनिट बिजली तक की है।
ऐसे में जल विद्युत परियोजना लोगों के लिए खुशखबरी लेकर आई है। यूजेवीएनएल के एमडी संदीप सिंघल ने जानकारी दी और बताया कि व्यासी जल विद्युत परियोजना के सभी ट्रायल पूरे हो चुके हैं। 2 दिन ट्रायल के तौर पर बिजली उत्तराखंड में दी गई है। मंगलवार से पूरे प्रदेश को बिजली मिलनी शुरू हो जाएगी।