Devbhumilive Uttarakhand Dehradun Report News Desk
देहरादून – राजधानी देहरादून में विचार एक नई सोच संस्था द्वारा पत्रकारों व उनके परिजनों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। उत्तराखंड के जाने-माने फिजीशियन व कॉर्डियोलाजिस्ट डॉ एसडी जोशी देहरादून ने पत्रकारों व उनके परिजनों की स्वास्थ्य जांच कर आवश्यक परामर्श दिया। डॉ एसडी जोशी की मेडिकल टीम द्वारा ईसीजी व शुगर की जांच निशुल्क की गई। जबकि लाइफ केयर पैथोलॉजी सेंटर द्वारा ब्लड की बिभिन्न जांचों पर 60 प्रतिशत छूट प्रदान की गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार देहरादून के रिस्पना पुल आईएसबीटी रोड़ स्थित प्रसार भारती दूरदर्शन केन्द्र के सामने विचार एक नई सोच संस्था द्वारा पत्रकारों व उनके परिजनों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का शुभांरभ समाजसेवी विनोद रावत व डॉ एसडी जोशी ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पत्रकार व उनके परिजन स्वास्थ्य जांच को पहुंचे। स्वास्थ्य शिविर में लगभग 100 के करीब पत्रकारों व उनके परिजनों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इस दौरान 50 के करीब लोगों की ईसीजी जांच, 70 के करीब लोगों की शुगर जांच व 45 करीब पत्रकारों की ब्लड की बिभिन्न जांचे की गई।
प्रत्येक माह में 2 दिन पत्रकारों को मिलेगी निशुल्क स्वास्थ्य जांच
स्वास्थ्य शिविर के दौरान डॉ एसडी जोशी ने सभी पत्रकारों तथा उनके परिजनों को कोरोना के साथ ही विभिन्न सीजनल बीमारियों को लेकर जागरूक किया गया। डॉ एसडी जोशी ने कहा पत्रकारों की दिनर्चया काफी तनावपूर्ण होती है साथ ही बड़ी संख्या में पत्रकार आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं इस लिए समय-समय पर अपनी स्वास्थ्य जांच नहीं करा पाते हैं। इसलिए उन्होंने पत्रकारों के बेहत्तर स्वास्थ्य को लेकर अभियान शुरू किया है। अब हर माह के पहले व आखिरी शनिवार को पत्रकार के लिए निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करेंगे। जिसमें जांचे निशुल्क रहेंगी।
पत्रकारों के स्वास्थ्य हेतु पॉलिसी बनाए सरकार
निशुल्क स्वास्थ्य शिविर में बतौर मुख्यअतिथि मौजूद समाजसेवी विनोद रावत ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने सभी पत्रकारों व उनके परिजनों को मास्क वितरित किए। विनोद रावत ने कहा पत्रकार समाज का दर्पण होते हैं वह अपने स्वास्थ्य की परवाह किए बिना समाजहित में लगातार कार्य करते रहते हैं। कुछ पत्रकारों को छोड़कर बड़ी संख्या में पत्रकार आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। ऐसे में वह अपने तथा अपने परिवार के स्वास्थ्य की जांच समय-समय पर नहीं करा पाते हैं। इसलिए सरकार को चाहिए की वह समय-समय पर पत्रकारों के स्वास्थ्य जांच के लिए कैंप का आयोजन करते रहें। सरकारी अस्पताल में व्यवस्था न होने पर यदि कोई पत्रकार अपना या अपने परिजनों का प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाता है तो उसका भुगतान सरकार को करना चाहिए। राज्य सरकार को चाहिए की समाज के चौथे स्तंभ पत्रकारों के स्वास्थ्य को लेकर भी वह एक पॉलिसी लेकर आये। जिससे पत्रकारों के हितों की रक्षा हो सके।
प्रत्येक जिले में लगाएंगे स्वास्थ्य शिविर
विचार एक नई सोच संस्था के संचालक राकेश बिजल्वाण ने बताया कि देहरादून से निशुल्क स्वास्थ्य शिविर अभियान की शुरूआत हो गई है। अब उनकी संस्था हर जिले में पत्रकारों के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करेगी।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में आशीष सकलानी, घनश्याम चन्द्र जोशी, आलोक शर्मा, अमित अमोली, आशीष नेगी, अरूण पांडेय, कपिल थापा, दीपक जुगराण, एसपी सती, विकास कपरवाण, ज्ञान प्रकाश पांडेय, अन्नु, व रूद्रा कैमिस्ट ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
आपको बता दें कि डॉ एसडी जोशी उत्तराखंड की स्वास्थ्य सेवा में एक जाना माना नाम है। सरकारी नौकरी में रहते हुए अधिकतम समय पहाड़ों में सेवा देने वाले डॉ जोशी सेवानिवृत्त होने के बाद लगातार हर माह दुर्गम पर्वतीय इलाकों में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगा रहे हैं। डॉ जोशी ने पत्रकार साथियों से बात करते हुए कहा कि उनका सपना है उत्तराखंड का हर व्यक्ति, हर परिवार स्वस्थ्य रहे। इसको लेकर वह लगातार प्रयासरत हैं। विचार एक नई सोच संस्था भी उनके इस भगीरथ प्रयास में सहयोगी की भूमिका निभा रहा है।