नेपाल से सटा सीमांत क्षेत्र बलतड़ी में लगातार हो रहे भूस्खलन से ग्रामीणों पर छाया खाद्यान संकट।
Devbhumilive Uttarakhand Didihat Report Majoj chand
डीडीहाट – पिथौरागढ जिले के डीडीहाट विधानसभा क्षेत्र के नेपाल सीमा से सटे बलतड़ी गांव में दिनों दिन खाद्यान संकट गहरा रहा है। समस्याओं को लेकर ग्रामीण कई बार जिलाधिकारी के पास जाकर गांव की दास्तां सुना चुके है। लेकिन डीएम को शिकायत करने के बाद भी आज तक समस्या का समाधान नहीं हो सका है।
पिथौरागढ़ डीडीहाट विधानसभा क्षेत्र व मूनाकोट ब्लॉक से सटा सीमांत क्षेत्र बलतड़ी जो नेपाल सीमा से लगा हुआ है। जो पूर्व में हुई भारी से आई आपदा से बलतड़ी के झूलाघाट सड़क पर बलतड़ी स्टेशन से 800 मीटर सड़क पूरी ध्वस्त हो गई है। और लगातार पहाड़ से पत्थर और मलवा आ रहा है। जिससे उस क्षेत्र से जुड़े ग्रामीणों को आज अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लगातार भूस्खलन होने से पैदल मार्ग, पानी की पाइप लाइन टूट गयी हैं। जिससे अब गांव में खाद्यान का भी संकट गहरा गया है।
आलम यह है कि ग्रामीणों द्वारा कई बार डीएम को लिखित पत्र भी दे दिया है, लेकिन आजतक कोई सुनवाई नही है,
मायूस ग्रामीणों ने अब अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर नाराजगी जताई है।
गौरतलब हैं कि ग्रामीण लोग जब भी जिला मुख्यालय पहुंचकर गांव की समस्या अधिकारी के समक्ष रखते है उन्हें बस नाम का ही कोरा आस्वाशन मिलता रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि पिछली बार आयी आपदा से उनके गांव में बहुत ज्यादा भूस्खलन हो गया है। जिससे उनकी जमीनें अब लगातार आये दिन काली नदी में समा रही हैं।
भूस्खलन लगातार होते जा रहे हैं विभाग की तरफ से जेई ने आकर निरीक्षण भी किया पर जेई भी कुछ नही कर पाए हैं। लगातार हो रहे भूस्खलन को और जमीन को नदी में समाहित होने से रोकने के अभी तक कोई उचित कदम नहीं उठाए गए हैं।
लगातार हो रहे भूस्खलन से अब पैदल चलने तक का मार्ग भी नहीं बचा है। जिससे गांव के ग्रामीणों पर खाद्यान संकट छा रहा है। साथ ही स्कूली छात्र छात्राओं को भी मजबूरन घर पर ही बैठना पड़ रहा है। जबकि ग्रामीण पहले से गांव में पानी, स्वास्थ्य, बिजली, नेटवर्क की परेशानी से जूझ रहे है। अब तो सीमांत क्षेत्र बलतड़ी के लोग भगवान भरोसे है। ना जाने कब इन ग्रामीणों को इन समस्याओं से निजात मिलेगी।