बारिश ने मचाई तबाही, बादल फटने से आया सैलाब, घरो और वाहनों को हुआ भारी नुकसान।

चमोली– उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने तांडव किया हुआ है। बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन, बोल्डर, बादल फटने जैसे घटनाएं घट रही है, वहीं चमोली जिले में कई जगह बादल फटने से भीषण आपदा जैसे हालात हो गए हैं। सोल घाटी-थराली क्षेत्र में बादल फटने के बाद प्राणमति नदी और पिंडर नदी उफान पर हैं। वहीं लोगों के घरों के साथ ही पुलों को भी नुकसान पहुंचा है। उधर पीपलकोटी मायापुर में बादल फटने के बाद लुहान गांव के भयंकर हालात हैं। यहां कई वाहन मलबे के ढेर में दब गए हैं।

 

 

सोल घाटी में बादल फटने से प्राणमति नदी उफान पर आ गई जिससे ढाढर, बगड़ में भी काफी नुकसान हो गया। यहां भी कई मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। रात में लोगों ने घर से भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई।

 

नदी के बहाव से प्राणमती नदी पर बना एक वैली ब्रिज और एक आरसीसी का पुल भी टूट गया। वैली ब्रिज रतगांव को और आरसीसी का पुल थराली गांव को कोटडीप से जोड़ता था। पुल ढह जाने से कई गाँवों का संपर्क टूट गया है। इसके साथ ही सोल घाटी मोटर मार्ग का लगभग 50 मीटर हिस्सा भी बह गया है जिससे ब्लॉक मुख्यालय थराली से सोल घाटी का स्थलीय संपर्क कट गया है।

 

 

उधर बद्रीनाथ हाइवे पर पीपलकोटी मायापुर में भी बारिश ने कहर ढाया है। यहां बादल फटने के बाद कई वाहन मलबे की चपेट में आ गए। गनीमत यह रही कि इनमें उस समय कार पर लोग सवार नहीं थे। लुहान गांव में भी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बने हैं। फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

भारी बारिश की वजह से बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग नंदप्रयाग, बाजपुर, छिनका, गुलाबकोटी, बेलाकुची, पागलनाला, काली मंदिर टंगणी, हाथीपर्वत व विष्णुप्रयाग में मलबा आने के कारण बंद है।

 

पुलिस ने श्रद्धालुओं/यात्रियों से अपील की है कि मार्ग खुलने तक सुरक्षित स्थानों पर रुके रहें, जल्दबाजी न करें, यात्रा मार्ग का अपडेट लेकर ही प्रस्थान करें।

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