फूलदेई पर्व पर पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ निकाली प्रभात फेरी
Devbhumilive Uttarakhand Garhwal srinagar Report Tanuj Badoni
श्रीनगर गढ़वाल – फूलदेई पर्व के अवसर पर श्रीनगर में स्कूली छात्रों व संस्कृति कर्मियों द्वारा प्रभात फेरी निकाली गई।
पौराणिक वाद्य यंत्रों के साथ शहर के मुख्य मार्गो से होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग होकर प्रभात गुजरी। पारंपरिक वेशभूषा पहने छोटे बच्चों ने घर, दुकान व आंगन में फूल डाले।
सोमवार को नागेश्वर मंदिर के प्रांगण से फूल संग्रांद फूलदेई पर्व के अवसर पर कार्यक्रम व प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। इस दौरान बच्चों से लेकर युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिला। छात्रों ने बताया कि वें हर साल बडी ही बेसब्री के साथ फूलदेई पर्व का इंतजार करते हैं। कहा कि जब वें किसी के आंगन, घर की देहली में फूल डालते हैं तो उन्हें उपहार स्वरूप काफी कुछ मिलता है। संस्कृतिकर्मी महेश गिरी ने बताया कि फूलदेई उत्तराखण्ड़ का लोक पर्व है। यह विश्व का एकमात्र बाल पर्व है, जिसमें छोटे छोटे बच्चे घरों की दहलीज पर फूल डालते हैं। कहा कि धीरे-धीरे नई पीढ़ी इन परंपराओं, त्यौहारों को भूलती जा रही है। समाजसेवी अनूप बहुगुणा ने बताया कि श्रीनगर में बीते कई वर्षो से फूलदेई का आयोजन किया जा रहा है। जिससे कि नई पीढी को इन लोकपर्वो की महत्वता पता चल पाये। प्रभात फेरी में आठ से ज्यादा सरकारी, गैर सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्रायें मौजूद रही।
इस दौरान अभिषेक बहुगुणा, वीरेंद्र रतूड़ी, दुर्गेश भट्ट, महंत नितिन पुरी, मुकेश काला, हिमांशु बहुगुणा, विभोर बहुगुणा, सुधीर जोशी, राजीव विश्नोई, गंगा असनोरा थपलियाल, नरेश नौटियाल, पूजा गौतम, प्रमिला भंडारी, जयंती कुँवर, प्रकाश रावत आदि ने अपना सहयोग प्रदान किया ।
फोटो श्रीपी -2- प्रभात फेरी निकालते फुलारी व रंगकर्मी।