लोगों को जागरूक करते हुए पर्यावरण प्रेमी की राष्ट्रपति भवन तक यात्रा
Devbhumilive Uttarakhand Garhwal srinagar Report Tanuj Badoni
श्रीनगर गढ़वाल – खुद के लिये देश के लिए दौड़ लगाते हुए तो आपने कई युवाओं को देखा होगा, लेकिन आज आप उन युवाओं को भी देखिये जो पर्यावरण के लिये दौड़ लगा रहे हैं और इनकी ये दौड़ कोई 50-100 किमलोमीटर की नहीं बल्कि राष्ट्रपति भवन तक की है।
आखिर क्यूं अल्मोड़ा चौखुटिया के ये दो भाई पैदल राष्ट्रपति भवन के लिये निकले हैं देखिये रिर्पोट –
मुंह पर आक्सिजन मास्क, पीठ पर आक्सिजन सिलेंडर का डेमों लेकर पैदल चलते ये दो युवा हैं शंकर बिष्ट व प्रमोद बिष्ट।
आपने – खुद के लिये देश के लिये दौड़ लगाते हुए तो आपने कई युवाओं को देखा होगा, आज उन युवाओं को भी देखिये जो पर्यावरण संरक्षण के लिये अल्मोड़ा से राष्ट्रपति भवन तक की पैदल जनजागरूकता यात्रा पर निकले हैं। शंकर बिष्ट कंधे पर ऑक्सीजन सिलेंडर और मुंह में मास्क लिए हुए सड़को पर चल रहे है तो वहीं प्रमोद हाथों में पेड़ पौधों को लेकर अपने भाई का इस यात्रा में हर पल साथ निभा रहा है। अल्मोड़ा जनपद के चौखुटिया, गांव खुजरानी चुनाली के रहने वाले संकर और प्रमोद राष्ट्रपति भवन की पैदल यात्रा पर निकले है अपनी पैदल यात्रा के पहले पड़ाव में दोनों भाई चौखुटिया से पैदल चलते हुए गैरसेंण, रुद्रप्रयाग, और आज दोनों श्रीनगर पहुचे।
इन दोनों भाइयों ने जहां अब तक 250 से अधिक चाल खालो को जीवित किया है वहीं ढाई हज़ार से ज्यादा पौधें लगाए हैं। शंकर बताते है कि कोरोना काल मे सभी को ऑक्सीजन के महत्व के बारे में पता लगा अगर पर्यावरण को ना बचाया गया तो रोज की जिंदगी में भी सभी को कंधे में आक्सीजन सिलेंडर और मास्क लेकर अपना दिन हर रोज यूं ही काटना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि उनके परिवार के लोग भी उनका हौसला बढ़ाते है उनके नेक खयालो की कद्र करते है जब प्रमोद से पूछा गया कि यात्रा के दौरान दिक्कतें आ रही होंगी तो उन्होंने हंस कर कहा कि ईस्वर के कार्य मे अगर तकलीफ हो जाये तो क्या बुरा है उन्होंने कहा कि बस लोग समझे कि जगलो में आग लगाना कितना भयावह हो रहा है हवा में भी इसके चलते जहर घुलने लगा है ऐसे लोगो पर सख्ती से कार्यवाही होनी चाहिए ।