लायंस कल्ब द्वारा बैठकी होली का आयोजन, पारंपरिक गीतों पर झूमें लोग
श्रीनगर गढवाल – गढवाल की सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाली श्रीनगर में बैठकी होली का आयोजन शुरू हो गया है। होल्यारों केे ढोलक, हारमोनियम की धुन पर लोग जमकर ठुमके लगा रहे है। यहॉ लायंस कल्ब द्वारा लक्ष्य कोचिंग सेंटर में बैठकी होली का आयोजन किया गया।
इस दौरान कई सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया। इस दौरान पारंपरिक होली के गीतों पर जमकर लोग थिरकते हुए भी नजर आये। पूर्व सैनिक संगठन के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र धिरवाण ने बताया कि गढ़वाल क्षेत्र में जितने उत्साह के साथ होली मनाई जाती है उतना शायद ही कहीं और मनाई जाती होगी। यहां बसन्त ऋतु से ही होली खेलने का दौर शुरू हो जाता है। गढ़वाल में होली को होरी कहा जाता है. और होली खेलने वालों को होल्यार कहते हैं।
गढ़वाल क्षेत्र में बसन्त पंचमी से ही फाग के गीत शुरू हो जाते हैं। ओर होली आने तक इसी तरह बैठकी होली का दौर चलता रहता है। श्रीनगर में लबे समय से बैठकी होली खेलते आ रहे होल्यार वासुदेव कंडारी ने बताया कि बीते दो वर्ष कोरोना के चलते होली का रंग फीका रहा. मगर इस बार वे अपने साथियों के साथ एक महीने पहले से ही बैठकी होली खेलने लगे हैं। रंगकर्मी राकेश भट्ट ने कहा कि बैठकी होली के माध्यम से पहाड़ की पौराणिक विरासत को नये पीढी को सौंपने की कोशिश की जा रही है। जिससे की वें भी अपनी परंपराओं से जुड़ सके ओर अपनी जड़ों को पहचान सकें।