उफ़नते रकसिया नाले में फंसी कार, स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू कर फंसे लोगों की बचाई जान, देखिए VIDEO में कैसे बचाई जान।
उत्तराखण्ड के हल्द्वानी शहर के रकसिया रपटे में आये पानी के तेज बहाव में एक कार फंस गई, वहीं कार के अंदर बैठी जिंदगियों को बचाने के लिए स्थानीय लोगों ने रैस्क्यू अभियान चलाया।
मानसून सीजन है ऐसे में शासन प्रशासन ने चेतावनी दी है की नदी नालों से दूर रहें, इसके बावजूद भी लोग लापरवाही कर में जान हथेली पर लेकर उफनते नदी नालों को पार करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
नैनीताल जिले में हल्द्वानी के छडायल स्थित प्रेमपुर लोशयाली में हाई स्कूल गेट के सामने एक सफेद ह्युंडाई क्रेटा कार रकसिया नाले के उफान में फंस गई। बरसात के सीजन में रकसिया नाले का बहाव बहुत ज्यादा तेज रहता है, यह रकसिया नाला तबाही ही लाता है। नाले के तेज बहाव के कारण कार में बैठी महिलाएं बाहर नहीं निकल पाईं, जिस कारण गाड़ी में चीख पुकार मच गई। गाड़ी का चालक भी ड्राइवर सीट पर ही फंसा रह गया। स्थानीय ग्रामीण और राहगीरों ने कार सवारों को बचाने की कवायद शुरू की। कुछ क्षेत्रवासी गाड़ी तक पहुंचे और महिलाओं को एक एक कर गोद में लेकर सुरक्षित स्थल तक पहुंचाया।
पुलिस की गैरमौजूदगी में स्थानीय लोगों ने कार में फंसे सभी को सुरक्षित रेस्क्यू कर बचाया। रेस्क्यू करने वाले लोगों ने रस्सी बांधकर खुद को और कार में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
उत्तराखंड की सड़कों में पड़ने वाले रपटों नालों और एक्सीडेंट प्रभावित क्षेत्र में वाहन चालकों का रिस्क लेना सवारियों की जान के लिए खतरा बन रहा है। पिछले दिनों रामनगर में एक बस चालक ने भी रपटा पार करने में 35 यात्रियों की जान का रिस्क लिया था, और बस उफनते रपटे में पलट गई थी। उस समय गनीमत ये रही कि हादसे में किसी की जान नहीं गई थी। सरकार ऐसी खतरनाक जगहों में चेतावनी वाले बोर्ड लगाकर और मुनादी करके वाहन चालकों को आगाह करती रहती है लेकिन कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं।
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है तो वहीं नदियां और बरसाती नाले अपने उफान पर हैं। यहां आपको बताते चलें बरसाती नालों में पानी का तेज बहाव देखते हुए पुलिस मुनादी करती रहती है और जनता को हिदायत देती रहती है कि नदी नालों से दूर रहें और सफर के दौरान जल्दी बाजी ना करें, लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग अपने साथ दूसरों की भी जान जोखिम में डाल ही देते हैं।