दम घुटने से रिटायर्ड दरोगा और उनकी पत्नी की हुई मौत।

Devbhumilive Uttarakhand Haldwani Report News Desk
हल्द्वानी : ठंड का मौसम है और ऐसे में लोग ठंड से बचने के लिए  रात को कमरे में अंगीठी जलाते हैं, लोग अंगीठी जलाकर दरवाजे खिड़की को भी बंद कर देते हैं, और गहरी नींद में सो जाते हैं, दरवाजे खिड़की बंद होने के कारण कमरे में  धुआं धुआं हो जाता और गैस बन जाती जिससे दम घुटने से मौत हो जाती है, ऐसे हादस अक्सर सुनने और देखने को मिलता है, इसके बावजूद लोग अंगीठी जलाकर दरवाज़े खिड़की सब बंद करने की गलती कर बैठते हैं।
ऐसा ही मामला दमुवाढूंगा क्षेत्र से आई है जहां रिटायर्ड दरोगा और उनकी पत्नी की मौत हो गई है। आपको बता दें कि दोनों पति-पत्नी कमरे में रात को अंगीठी जलाकर सो गए थे। कमरे में धुआं होने से रात में दोनों की दम घुटने से मृत्यु हो गई।  घटना का पता सुबह चला तो पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जानकारी के अनुसार नींद में होने के कारण दोनों मृतकों को इसका आभास नहीं हुआ था अंदर धुआं हो रहा है।
हल्द्वानी वार्ड नंबर 35 नियर हरदा चौराहा दमुवाढूंगा के रहने वाले 62 वर्षीय किशन राम चन्याल उधम सिंह नगर में दरोगा के पद पर तैनात थे। बता दें कि उन्होंने डेढ़ साल पहले ही बीआरएस लिया था। रविवार की देर रात किशन और उनकी 60 वर्षीय पत्नी रेवती खाना खाने के बाद कमरे में सोने चले गए थे। रोज की तरह दोनों ने दरवाजे खिड़की बंद कर कमरे में अंगीठी जलाई।
कमरा बंद कर दोनों अंगीठी जलाकर सो गए। ऐसे में रात में कमरे के अंदर अंगीठी का धुआं बढ़ने लगा। इसी धुएं से दोनों की दम घुटने से मौत हो गई। सोमवार की सुबह जब बड़ी बहू गुंजन ने कमरे में जाकर देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने देखा कि सास-ससुर अचेत पड़े हुए थे। परिजन आनन-फानन में दोनों को अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बता दें कि मृतक का बड़ा बेटा सूर्य प्रकाश व्यापारी है तो छोटा बेटा पवन गंगोलीहाट में पटवारी है। परिवार में कोहराम मच गया है।

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