स्कूल बसों के खिलाफ प्रशासन ने चलाया चेकिंग अभियान, स्कूल प्रबंधकों के साथ ही बस चालकों को नियमों का पालन करने की दी सख्त हिदायत।
हल्द्वानी- राज्य हो जिला प्रशासन की नींद घटनाएं घटने के बाद ही टूटती है, नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर में एक के बाद एक घटनाएं घटित होने के बाद ही जिला प्रशासन की नींद टूटती है, ऐसा हम नहीं कह रहे हैं ऐसा शहर की जानता कह रही है क्योंकि प्रशासन पिछले दिनों से लगातार शहर घट रही घटना के बाद ही प्रशासन हरकत में आया है।
चाहे वह सड़कों में हो रहे गड्ढों को नियंत्रित करना, गड्ढों की वजह से बाइक अनियंत्रित होकर गिरने से शिक्षक की मौत के बाद ही प्रशासन द्वारा आनन फानन में गड्ढे भरने की कार्रवाई की गई, वहीं डेंगू मलेरिया नियंत्रण के लिए भी डेंगू से होने वाली पहली मौत के बाद ही प्रशासन द्वारा घरों में लारवा की चेकिंग में तेजी लाई गई हो, वहीं अब स्कूल बसों को लेकर कार्रवाई भी बसों में एक के बाद एक हादसे होने के बाद ही आज स्कूल बसों में ताबड़तोड़ चेकिंग की गई है।
प्रशासन द्वारा कार्रवाई भी घटनाएं घट जाने के बाद हो रही है, बीते रोज हल्द्वानी में एक बस डिवाइडर में चढ़ गई लोगों ने बमुश्किल बच्चों को निकाला तो आज सुबह लालकुआं में एक स्कूल बस पलट गई, इसके बाद शुरू हुआ चेकिंग का सिलसिला।
प्रशासन ने सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह और परिवहन विभाग ने साथ मिलकर शहर भर में चेकिंग अभियान चलाया, लगभग 60 स्कूली बस को चेक किया गया जिसमें कई बस सीज की गई और दर्जनों के चालान किए गए इसके साथ ही स्कूल संचालकों और प्रबंधकों को नियमों का पाठ भी पढ़ाया गया लेकिन सवाल अभी भी वही है, क्या हर बार हादसों से जागेगा प्रशासन ???
प्रशासन ऐसी कार्रवाई लगातार क्यों नहीं करता है। क्यों प्रशासन किसी हादसा होने का इंतजार करता है। अगर प्रशासन समय समय पर लगातार कार्रवाई करता रहे तो ऐसे हादसे होने बचा जा सकता है, फिर वह कोई भी हो वह अपना कार्य अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाएगा।