उत्तराखंड में गैर हिंदू का प्रवेश वर्जित हो संतो ने की सरकार से मांग
Devbhumilive Uttarakhand Haridwar Report News Desk
हरिद्वार – शंकराचार्य परिषद ने उत्तराखंड सरकार से बड़ी मांग करते हुए कहा है कि सरकार आर्डिनेंस लाये कि हिमालय हमारा देवालय और हिमालय में गैर हिन्दू का प्रवेश वर्जित होना चाहिए और अगर सरकार आर्डिनेंस नहीं लाती है तो आने वाले चुनाव में सत्ता दल और भाजपा का विरोध किया जाएगा, हम इसके खिलाफ जनमत बनाएंगे और ऐसे लोगों के साथ जाएंगे जो अपने मेनिफेस्टो में यह व्यवस्था करेंगे,
उन्होंने उम्मीद जताई कि एक सप्ताह में पुष्कर सिंह धामी सरकार ऑर्डिनेन्स लाएगीऔर नही लाएगी तो उनका विरोध किया जाएगा,संत समाज सड़को पर निकलेगा,वैसे भी भाजपा खुद को संतो से बड़ा मानती है और जरूरत होती है तब संत सम्मेलन करती है। संत किसी का बंधुआ मजदूर नहीं होता है ।
शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप का कहना है कि उत्तराखंड सरकार को तत्काल एक ऑर्डिनेंस लाना चाहिए कि जो हिमालय है वह हमारा देवालय है हिंदुओं की देवभूमि है उसमें गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित हो और यदि ऑर्डिनेंस सरकार नहीं लाती है तो चुनाव में सत्ता पक्ष का विरोध होगा और सत्ता पक्ष के खिलाफ हम जनमत बनाएंगे और ऐसे लोगों के साथ जाएंगे जो अपने मेनिफेस्टो में यह व्यवस्था करें कि हिमालय देवालय हैं और यहां पर गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित होगा, ऐसे लोगों के साथ जाएंगे ,अभी मुझे लग रहा है कि सरकार इस पर अनुकूल निर्णय लेगी हमारी बातों से उसका कान खुला होगा उनकी आंखें खुली होगी निश्चित रूप से आने वाले सप्ताह में जो पुष्कर सिंह धामी सरकार है वह इस पर ऑर्डिनेंस ले आएगी और अगर नहीं लाएगी तो पुरजोर विरोध करेंगे, संत किसी का भी बन्धुआ मजबूर नहीं होता है, जो सनातन वैदिक धर्म की स्थापना के लिए मानवता की सेवा के लिए कार्य करेगा उसके साथ जाएंगे, संत समाज तो बहुत बड़ा समाज है, मेरे से जुड़े हुए लोग शंकराचार्य परिषद से जुड़े हुए संत समाज और मैं सबका आह्वान करूंगा कि यह समय है और अगर इस समय में आप ने कुछ नहीं किया और भंडारा खाते रह गए तो फिर आपका कोई नाम लेने वाला नहीं होगा, आप फिर पूजा नहीं कर पाएंगे इसलिए सब का आव्हान करता हूं कि आप भण्डारे छोड़कर, लिफाफे छोड़ कर के सड़कों पर आइए, धर्म बचाने के लिए , मालवीय ने जो कार्य किया था उस को आगे बढ़ाते हुए हम संपूर्ण हिमालय क्षेत्र में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित करने के वर्जित करने के अभियान के साथ हिमालय हमारा देवालय है इस अभियान के साथ जोड़ करके मुहिम को सफल बनाएंगे,
भाजपा के लोग तो अपने आप को संतो से बड़ा समझते हैं और मेरे ख्याल से जब जरूरत होती है तो संत सम्मेलन करते हैं हमको मिलने न मिलने का कोई विषय नहीं है हम इसकी अपेक्षा भी नहीं करते हैं कि वह हमसे मिलने आए लेकिन मिलने आएंगे तो उनका स्वागत है लेकिन अगर नहीं मिलेंगे तब भी चलेगा पर ऑर्डिनेंस नहीं लाएंगे तब नहीं चलेगा, तब इसका पुरजोर विरोध करेंगे कुछ लोगों से वार्ता हुई है प्रदेश अध्यक्ष से वार्ता हुई है मुख्यमंत्री से वार्ता हुई है और सार्थक वार्ता हुई है और उन्होंने कहा है कि मैं इस पर ऑर्डिनेंस ले आऊंगा अभी जनमत बन रहा है, चारों तरफ माहौल बना है आप लोग इस माहौल को बनाइए ताकि उत्तराखंड बचाया जा सके हिमालय को बचाया जा सके अभी हिमालय गैर हाथों में जाकर के उसकी जो संस्कृति है वह अपसंस्कृति हो रही है उसको बचाना है, अगर मेनिफेस्टो में जो लाएगा हम उसी के साथ होंगे अगर भाजपा को अभी मेनिफेस्टो में लाने की जरूरत नहीं है भाजपा को आर्डिनेंस लाने की जरूरत है अगर भाजपा ऑर्डिनेंस नहीं लाएगी तो भाजपा का विरोध होगा ।