मौसम का बदला मिजाज, पहाड़ों की उच्च चोटियों पर हिमपात, कहीं बारिश, येलो अलर्ट जारी।
लंबा इंतजार करने के बाद आखिरकार उत्तराखंड में मौसम ने एकाएक करवट ली है। उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला है राज्य के उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में देर रात से बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है। बारिश के साथ हिमपात से जहां मौसम खुशनुमा हो गया है वहीं किसानों के साथ ही पर्यटकों के चेहरे भी खिल उठे हैं।
बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब के साथ ही गौरसों, औली, रुद्रनाथ, नैनीताल, चकराता सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। रूपकुंड व वेदनी बुग्याल सहित क्षेत्र के बुग्यालों व हिमालयी क्षेत्र के गांव में इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई।
उत्तरकाशी में गंगोत्री, यमुनोत्री हर्षिल घाटी, सांकरी, जखोल, गंगाड, दयारा बुग्याल सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में शनिवार को बर्फबारी हुई।
वहीं उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में बूंदाबांदी होती रही। वहीं बारिश से तापमान में भारी गिरावट आ गई है। जोशीमठ में तापमान अधिकतम 3 डिग्री और न्यूनतम माइनस एक डिग्री पहुंच गया है। औली में तापमान अधिकतम एक डिग्री और न्यूनतम माइनस चार डिग्री है। मौसम विभाग के मुताबिक तापमान में गिरावट आने से अगले चार-पांच दिन कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है वहीं मैदानी इलाकों में 15 और 16 जनवरी को घने कोहरे तथा शीत लहर की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने जिसको लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।
नैनीताल में इस सीजन का पहला हिमपात हुआ है
नैनीताल की ऊंची चोटी चायनापीक पर मौसम का पहला व हल्का हिमपात हुआ है। जबकि नगर क्षेत्र में बर्फ की फुहारों के साथ ओले गिरे। शुक्रवार सुबह के समय हिमपात से सैलानियों के चेहरे खिल उठे। चायना पीक समेत किलबरी व छाया वाले क्षेत्र में बर्फ की चादर सी बिछ गई। नगर के निचले क्षेत्र में ओले गिरने से प्रतीत होने लगा कि अब हिमपात भी देखने को मिलेगा, लेकिन बर्फबारी का यह मिजाज अधिक समय तक बना नहीं रह सका और हिमपात थम गया और तापमान अधिक होने के कारण बर्फ जल्द ही पिघल गई। मौसम ने पुनः करवट बदली और मौसम भी साफ हो गया।