सुरक्षा एजेंसियां भारत नेपाल सीमा पर हुआ सतर्क। सीमा पर बढ़ाई चौकसी। नेपाली नागरिकों को भारत में पहचान पत्र दिखाकर दिया जाएगा प्रवेश दिया।

Devbhumilive Uttarakhand Pithoragarh Report News Desk

उत्तराखंड  –  नेपाल उत्तराखंड से लगा हुआ देश है। नेपाल का 150 किमी से अधिक की सीमा उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से लगी हुई है। भारत- नेपाल सीमा पर काली नदी में सीतापुल, ऐलागाड़, धारचूला, बलुवाकोट, जौलजीबी, झूलाघाट में झूलापुल हैं। नेपाल से इन पुलों के माध्यम से भारत में रोजगार के लिए भारी संख्या में  लोग आवागमन करते हैं। भारत-नेपाल सीमा पर बने पुलों से विशेष मामलों को छोड़कर हमेशा दोनों देशों की सुरक्षा एंजेंसियां नागरिकों को सीधे प्रवेश दे देती थीं। आने जाने के लिए नेपाली नागरिकों को किसी भी प्रकार का परिचय पत्र नहीं दिखाना होता था। संदिग्धों लोगों से ही एसएसबी द्वारा परिचय पत्र दिखाने की मांग की जाती थी।

 

लेकिन अब भारत नेपाल सीमा पर सुरक्षा एंजेंसियों ने सख्ती शुरू कर दी है अब नेपाली नागरिकों को भारत में पहचान पत्र दिखाकर ही प्रवेश दिया जाएगा। जिसके पास पहचान पत्र नहीं होगा से भारत में प्रवेश नहीं मिलेगा।

कुछ समय पूर्व हाल में ही नेपाल भारत के कालापानी से सटे कुटी, गुंजी, नाभी पर अपना दावा कर चुका है। नेपाल ने इन उच्च हिमालयी स्थानांतरित (माइग्रेशन) वाले गांवों में जनगणना के लिए टीम भेजने की कोशिश भी की लेकिन उसको इसमें सफलता नहीं मिली।  जिसके बाद उसने अपने माइग्रेशन (अस्थाई रुप से एक स्थान से दूसरे स्थान पर आवागमन करने वाले) गांव तिंगर व छांगरू को जरिया बनाकर वहां जाने के लिए भारतीय रास्ते से जाने की अनुमति मांगी है। लेकिन जब 29 दिन से भी अधिक समय के बाद भी अनुमति नहीं मिली तो नेपाल ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से यह कार्य करने का प्रयास किया।

 

वहीं भारतीय भू खंड को लेकर नेपाल के बदलते दृष्टिकोण और दावों को देखते हुए सुरक्षा एजेंसिया भारत नेपाल सीमा पर सतर्क हो गई है।

भारत-नेपाल सीमा से देश में अराजक तत्वों को प्रवेश करने से रोकने के लिए सतर्कता पूर्वक एसएसबी ने अपनी निगरानी तेज कर दी है। सभी झूलापुलों पर आवागमन कर रहे नेपाली नागरिकों की कड़ी जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है। बिना परिचय पत्र दिखाए किसी भी नागरिक को भारत में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। भारत नेपाल सीमा पिथौरागढ जिले में बने 5 झूलापुलों से प्रत्येक दिन 10 -11 हजार से अधिक लोग आवागमन करते है। जिसमें 95% लोग नेपाली नागरिक होते हैं।

 

भारत-नेपाल सीमा पर झूलापुल सुबह 7.30 बजे से 5बजे तक खुलते हैं आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भी जांच बढ़ाई गई है। पहले बिना परिचय पत्र के ही आया जाया किया जाता था। लेकिन अब प्रत्येक नागरिक से परिचय पत्र मांगा जा रहा है। पूरी तरह जांच में संतुष्टि के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है। नियमित तरीके से सीमा पर रूटीन जांच की जाती है। उसी के तहत ही यहां पर जांच की जा रही है।

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