उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा-2 में आये हिमस्खलन में नैनीताल जिले के शुभम की मौत की खबर, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
नैनीताल- पिछले दिनों 4 अक्टूबर को उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा-2 में आये हिमस्खलन में नैनीताल जिले के तला कृष्णापुर निवासी और निम् के प्रशिक्षु शुभम सांगुड़ी की मौत की खबर से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। हिमस्खलन में चलाये गये रेस्क्यू ऑपरेशन में शुभम का शव बरामद हुआ जिसे अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि शुभम का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा के सांगड गांव के समशान घाट में होगा।
इस दुखद खबर से परिजनों और रिश्तेदारों में गम का माहौल है जानकारी के मुताबिक शुभम की माता का 2 साल पहले बीमारी से निधन हो गया था। शुभम 10 सितंबर को नैनीताल से उत्तरकाशी गया था परिवार जनों के मुताबिक वह पर्वतारोहण में अपना कैरियर बनाना चाहता था लिहाजा एम बी ए पास शुभम पहले भी ट्रैकिंग दलों में गया था लेकिन उत्तरकाशी में आई इस अवलांच ने परिजनों का सब कुछ बर्बाद कर दिया।
उधर द्रौपदी के डांडा-2 पर हुए हिमस्खलन में रेस्क्यू टीम द्वारा पर्वतारोहियों प्रशिक्षुओं की तलाशी में नैनीताल, कृष्णापुर के शुभम सांगूड़ी के शव की शिनाख्त हो चुकी है तथा शव मातली (उत्तरकाशी) पहुँच चुका है। जिला मजिस्ट्रेट धीराज सिंह गर्ब्याल ने हिमस्खलन के कारण हुई शुभम की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा उनके पिता दीवान सिंह को शव सुपुर्द कर दिया है।