महिला वोटर को जागरूक करने पर ‘महिला चौपाल’’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मतदान शपथ दिलवाकर किया गया।
Devbhumilive Uttarakhand Dehradun Report News Desk
देहरादून – उत्तराखंड राज्य में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत स्वीप के अन्तर्गत वोटर आइडी बनाने और मतदाता सूची में पंजीकरण करवाने के लिए प्रदेश भर में विशेष अभियान आयोजित किया जा रहा है। अधिक से अधिक लोगों को मतदान प्रक्रिया के बारे में जानकारी देकर उनको जागरूक किया जा रहा है ताकि आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में अधिक से अधिक लोग अपने मत का प्रयोग कर मतदान करे।
मतदाता जागरूक अभियान 1 नवम्बर से शुरू किया गया है जो 30 नवम्बर तक चलाया जाएगा। राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में 18 साल के युवाओं, महिलाओं को केंद्रित कर उनको जागरूक करने हेतु विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। आगामी में चुनाव के आधार पर महिला वोटर की संख्या जिन क्षेत्रों में कम रही वहाँ विशेष जागरूकता कैंप आयोजित किये जा रहे हैं।
चकराता क्षेत्र में महिला वोटर अनुपात कम रहने के कारण मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा दिनांक 26 नवम्बर, 2021 को राजकीय इंटर कॉलेज, कोरबा (साहिया) में ‘‘महिला चौपाल’’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मतदान शपथ दिलवाकर किया गया।स्वीप के विषय में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न बूथ की 11 बीएलओ ने अपने क्षेत्र में वोटर आईडी बनाने व किसी भी तरह के वोटर कार्ड में संशोधन करने के बारे में चर्चा की।
कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को खेल द्वारा निर्वाचन के संबंध में जानकारी दी गयी। विशेष तौर पर हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर-1950, दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधा आदि की जानकारी दी गई। ईवीएम मशीन का प्रदर्शन कर वोट देने की संपूर्ण प्रक्रिया के बारे में व्यावहारिक रूप से समझाया गया।
इस कार्यक्रम में आयी महिलाओं ने बहुत से प्रश्न पूछकर अनेक जानकारी ली। गांव क्वारना के बुजुर्ग वोटर भवान जोशी (105 वर्ष) द्वारा अपने अनुभवों को बताते हुए सभी से वोट देने की अपील की गई। अंत में समस्त उपस्थित महिलाओं द्वारा जौनसार का लोक नृत्य ‘‘नाटी’’ प्रस्तुत कर कार्यक्रम को लोक संस्कृति से सरोबार कर दिया।
इस कार्यक्रम में जितेन्द्र कुमार उप निर्वाचन अधिकारी, स्वीप कॉर्डिनेटर सुजाता, स्वीप कन्सल्टेंट अनुराग गुप्ता, विनोद कुमार प्रधानाचार्य, हिमांशु नेगी, मेधा चमोला, स्थानीय महिलाओं, महिला स्वयं सहायता समूह बीएलओ व 18 साल से अधिक आयु के युवाओं ने प्रतिभाग किया।